Chhattisgarh: सल्फी पीते हुए गोंडी-हल्बी में सुनते हैं लोकगीत, सामुदायिक रेडियो ने बदली आदिवासियों की जिंदगी

ठंड के मौसम में ईमली पेड़ के नीचे गुनगनी, सुहानी और मखमली धूप में सल्फी पीते हुए अपनी बोली-भाषा में लोकगीतों को रेडियो पर सुनना हिड़मा की जिंदगी का सुखद हिस्सा है। हिड़मा के लिए इससे बेहतर और क्या हो सकता है।

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