कोटा ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत जाली के उप स्वास्थ्य केंद्रों में ताला बंद रहने से ग्रामीणों को शासन की सुविधाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। मामले में ग्रामीणों ने अधिकारियों से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
जाली उप स्वास्थ्य केंद्र में ताला बंद होने से लोगों को स्वास्थ्य सुविधा से वंचित होना पड़ रहा है। केंद्र में 24 घंटे एनएम और इलाज की सुविधा दर्ज होने के बाद इसे लेकर कर्मचारी गंभीर नहीं है। स्वास्थ्य केंद्र में ताला नहीं खुलने से ग्रामीणों को रतनपुर के साथ जिला मुख्यालय तक इलाज कराने के लिए जाना पड़ रहा है वहीं बड़ी संख्या में लोग आवाजाही से बचने झोलाछाप डॉक्टरों की शरण ले रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उप स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ एएनएम कार्यकर्ता के उपस्थित नहीं रहने के चलते उन्हें टीकाकरण कराने में समस्या आती है। उप स्वास्थ्य केन्द्रों में ग्रामीणों को दवा तक नहीं मिलने से भटकना पड़ता है। उप स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ एनएम की मॉनिटरिंग के लिए सुपरवाइजर से लेकर अन्य अमला भी है। बावजूद इसके उप स्वास्थ्य केंद्रों से ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत जाली में स्थित शासकीय उप स्वास्थ्य केंद्र में पिछले कई दिनों से ताला बंद हैं। वहीं जिले में बैठे जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कोटा में अधिकारियों से इस संबंध में शिकायत दर्ज कराया है। इसके बाद भी व्यवस्था नहीं सुधरी है। ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराना महज दिखावा बनकर है। शिकयत के बाद उप स्वास्थ्य केंद्र में जांच के लिए अधिकारी तक नहीं पहुंचे हैं। केंद्र में अभी ताला लगा हुआ है।
इस संबंध में जाली के ग्रामीणों का कहना है कि कई दिनों तक इसी प्रकार उप स्वास्थ्य केंद्र का ताला नहीं खुलता है। इस वजह से हमें छोटी- छोटी बीमारियों तक के लिए या तो जिला चिकित्सालय या झोलाछाप की शरण लेना पड़ता है। शासकीय स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत समीपस्थ ग्राम पंचायत रैनपुर,कर्रा,मेलनाडीह के लोग उपचार के लिए आते हैं यहां आने पर बंद होने के कारण उन्हें भटकना पड़ता है। ग्रामीणों ने अधिकारियों से जाली उप-स्वास्थ्य केंद्र में सुविधा शुरू करने की मांग की है।
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